संवाददाता – हफीज़ खान
राजनांदगांव। नक्सल मोर्चे पर छत्तीसगढ़ के बीजापुर क्षेत्र में तैनात कोबरा बटालियन 204 के जवान पूर्णानंद साहू को मरणोपरांत राष्ट्रपति के हाथों उनके माता-पिता को शौर्य चक्र प्रदान किया गया है। शौर्य चक्र लेकर राजनांदगांव लौटने पर भूतपूर्व सैनिक कल्याण संगठन और साहू समाज ने उनके माता-पिता का सम्मान किया।
राजनांदगांव जिले के जंगलपुर निवासी लक्ष्मण साहू के पुत्र पूर्णानंद साहू कोबरा बटालियन 204 में पदस्थ थे और नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए 10 फरवरी वर्ष 2020 को वह वीरगति को प्राप्त हो गए थे। इसके बाद शहीद पूर्णानंद साहू को मरणोपरांत राष्ट्रपति के हाथों उनके माता-पिता को शौर्य चक्र प्रदान किया गया है। शौर्य चक्र लेकर राजनांदगांव लौटने पर भूतपूर्व सैनिक कल्याण संगठन और साहू समाज ने उनका सम्मान किया। भूतपूर्व सैनिक कल्याण संगठन ने मोटरसाइकिल में अगवानी करते हुए उन्हें शहर के जयस्तंभ चौक का और गौरव स्थल तक लाया। जयस्तंभ चौक में मोमबत्ती जलाकर पूर्णानंद साहू की वीरता को सलामी दी गई, तो वही गौरव स्थल पर उनके माता-पिता लक्ष्मण साहू, उर्मिला साहू और बहन ओनिशी साहू का सम्मान किया गया। इस अवसर पर भूतपूर्व सैनिक कल्याण संघ के सूबेदार मेजर राजेश शर्मा ने कहा कि शहीद पूर्णानंद साहू ने हमारे देश, हमारे राज्य के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है इसलिए उन्हें शौर्य चक्र से नवाजा गया है यह हमारे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है, वही उनकी बहन ओनिशी साहू ने कहा कि इस सम्मान को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। उनके पिता ने भावुक होते हुए कहा कि आज मुझे बेहद गर्व हो रहा है।
शहीद पूर्णानंद साहू के अपने कर्तव्य पर निछावर होने और उन्हें शौर्य चक्र प्रदान किए जाने से आज राजनांदगांव सहित समूचा प्रदेश गौरवान्वित महसूस कर रहा है। शहीद पूर्णानंद साहू के माता-पिता के राजनांदगांव आगमन पर पूर्णानंद साहू अमर रहे के नारों से शहर की सड़कें गूंजने लगे। बेटे को मरणोपरांत मिले यह सम्मान से उनके माता-पिता की आंखें भी दबदबा रही है और उन्हे अपने बेटे पर गर्व हो रहा है कि उसने माओवादियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए वीरगति को प्राप्त किया है।