संवाददाता – हफीज़ खान
राजनांदगांव 10 सितम्बर । शहर में लगभग 9 दशक से गणेश विसर्जन की पूर्व रात्रि में झांकी निकालने की परम्परा चली आ रही है। अपनी परम्परा के अनुरूप राजनांदगांव शहर में बीते शुक्रवार की रात विजर्सजन झांकी निकाली गई।

विभिन्न गणेशोत्सव समितियों के द्वारा इस वर्ष लगभग 27 झांकियां विभिन्न धार्मिक और समाजिक प्रसंग पर आधारित बनाई गई थी। पुलिस और प्रशासन की चौक-चौबंध व्यवस्थाओं के बीच शहर में लाखों दर्शनार्थियों ने इन मनमोहक झांकियों का रात भर आंनद लिया।
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प्रदेश में संस्कारधानी राजनांदगांव की ख्याति अपने संस्कारों और परम्परा के लिए है। इस शहर को हॉकी और झांकी के नाम से भी जाना जाता है। यहां एकता और भाई चारे की अनूठी मिसाल देखने को मिलती है। राजनांदगांव शहर में गणेशोत्सव भी सौहाद्रपूर्ण मनाया जाता है।

वर्षों से चली आ रही विर्सजन झांकी की गौरवशाली परंपरा के सिलसिले को प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी बेहतर तरीके से विभिन्न गणेश उत्सव समितियों के द्वारा दर्शकों के बीच प्रस्तुत किया गया। यहां की झांकी का लूत्फ उठाने छतीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट और देश के अन्य प्रदेशों के कई जिले से लोग आते हैं।
शुक्रवार की रात विभिन्न समितियों के द्वारा गणेश विसर्जन झांकी निकाली गई जिसमें हजारों की संख्या में दर्शनार्थी इन झांकियों को देखने राजनांदगांव शहर में उमड़े। इस दौरान विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के द्वारा समितियों की हौसला अफजाई के लिए मंच बनाया गया था। वहीं नगर निगम और अन्य संस्थाओं के द्वारा श्रेष्ठ झांकी प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया था।

अपने गौरवशाली परंपरा के अनुरूप राजनांदगांव शहर में निकाली गई श्री गणेश विसर्जन झांकी को लेकर नगर निगम के द्वारा पुरस्कार रखा जाता है। पुरस्कार के संबंध में महापौर हेमा देशमुख ने कहा कि दो वर्गों में विसर्जन झांकी के लिए पुरस्कार नगर निगम द्वारा तय किया गया है जिसमें अ वर्ग में पहला पुरस्कार 41 हजार रूपये और ब वर्ग में 31 हजार रूपये रखा गया है।
कोरोना की वजह से बीते 2 वर्षों में विसर्जन झांकी नहीं निकल पाई थी। वहीं इस वर्ष मिली छूट के चलते विसर्जन झांकी निकलने पर जनसैलाब उमड़ पड़ा। लगभग 27 गणेश उत्सव समितियों द्वारा राजनांदगांव शहर में निकली गई विसर्जन झांकियों में विभिन्न धार्मिक, सामाजिक प्रसंगों के साथ छत्तीसगढ़ी संस्कृति, आजादी का अमृत महोत्सव, श्री गणेश विवाह, श्री कृष्ण लीला, श्री हनुमान भक्ति, भोले बाबा की बारात सहित विभिन्न चलित झांकियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। वहीं विसर्जन झांकियों में आर्च भी आकर्षण का केंद्र रहे।

राजनांदगांव शहर में इस विसर्जन झांकी की गौरवशाली परंपरा को लेकर शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा ने कहा कि संस्कारधानी राजनांदगांव की परंपरा अनुरूप हम स्टाल लगाकर यहां की जनता और झांकियों का स्वागत कर रहे हैं।
इन विसर्जन झांकियों को देखने शुक्रवार की देर शाम 6:00 बजे से ही लोगों का हुजुम राजनांदगांव शहर में जुटने लगा था और आज सुबह 7:00 बजे तक हजारों के संख्या में लोग इन विसर्जन झांकियों का आनंद लेते रहे। वहीं सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस ने भी अपनी व्यापक तैयारी की हुई थी।

डीआईजी, पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित दर्जनों पुलिस के आला अधिकारी और एक हजार से अधिक संख्या में पुलिस के जवान तैनात किए गए थे। वहीं पुलिस के द्वारा विसर्जन झांकी पूर्व विभिन्न समितियों को डीजे बजाने हेतु 6 बॉक्स तक ही लगाने की अनुमति दी गई थी। राजनांदगांव पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर ने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सैकड़ों की संख्या में पुलिस जवानों की तैनाती के साथ लगातार इनर और आउटर पेट्रोलिंग भी की जा रही है।
शहर की सड़कों में रातभर घूमने वाले आकर्षक झांकियों को नगर निगम, लायंस क्लब और समाज सेवी संस्थाओं द्वारा प्रोत्साहन स्वरूप रंनिग शील्ड, नगदी रकम आदि देने के लिए पंडाल लगाकर झांकियों का अवलोकन किया जाता रहा। झांकियों का आनंद लेने नगर निगम प्रशासन, कांग्रेस पार्टी और भाजपा अपने-अपने पंडालों में बैठकर गणेशोत्सव समिति वालों की हौसला अफजाई करते रहे।
