संवाददाता – हफीज़ खान
राजनांदगांव 19 सितम्बर। स्कूली बच्चों में श्रवण बाधा दूर करने के उद्देश्य से आजादी के अमृत महोत्सव के तहत राजनांदगांव समेकित क्षेत्रीय केंद्र सीआरसी सेंटर द्वारा सरस्वती स्कूल में शिविर का आयोजन किया गया। जहां स्कूली बच्चों की श्रवण क्षमता जांच की गई। इस दौरान कुछ बच्चे प्रभावित मिलने पर उन्हें आगे उपचार के बारे में बताया गया।
आज के आधुनिकता के दौर में मोबाइल फोन, ब्लूटूथ हेडफोन, ईयर फोन, डीजे जैसे उपकरण हमारे कानों पर बुरा प्रभाव डालते हैं। समय पर श्रवण बाधा की जांच नहीं किये जाने से यह गंभीर समस्या भी बन जाती है और सुनाई देना बंद हो जाता है।
बढ़ती उम्र के बाद श्रवण बाधा होने के मामले अमूमन होते हैं लेकिन अब युवा वर्ग में भी श्रवण बाधा के मामले सामने आ रहे हैं, जिसे देखते हुए राजनांदगांव के समेकित क्षेत्रीय केंद्र द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के तहत स्कूली बच्चों की श्रवण बाधा जांचने के लिए शहर के बसंतपुर क्षेत्र स्थित सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्या मंदिर में शिविर का आयोजन किया गया। जहां लगभग 50 की संख्या में छात्र- छात्राओं की श्रवण जांच की गई।
इस दौरान लगभग चार-पांच बच्चे प्रभावित मिले जिन्हें आगे उपचार के लिए निर्देशित करते हुए उनके पालकों को सूचित किया गया है। शिविर के मामले को लेकर सीआसी सेन्टर राजनांदगांव की ऑडियोलॉजिस्ट एवं स्पीच थैरेपिस्ट श्रीमती पूनम ने कहा कि सीआरसी सेंटर द्वारा यहां शिविर लगाया गया है जिसमें कुछ बच्चे प्रभावित मिले हैं।
वही शाला के प्राचार्य बीएल कश्यप ने सीआरसी सेंटर की सराहना करते हुए कहा कि बच्चों की समय पर जांच होने से उन्हें समय पर इलाज भी मिल पाएगा।
बच्चों में सुनने और बोलने की क्षमता का परीक्षण करने के लिए आयोजित इस शिविर में सरस्वती स्कूल के बच्चों ने भी उत्साह दिखाया और अपने कानों की जांच कराई, वहीं इस दौरान कान से संबंधित अन्य समस्याओं से भी विशेषज्ञ अवगत हुए और स्कूली बच्चों को समुचित इलाज के लिए प्रोत्साहित किया। शिविर के आयोजन के दौरान सीआरसी सेंटर के सहायक नीरज कुमार प्रजापति सहित बड़ी संख्या में स्कूली- छात्र छात्राएं और शिक्षक गण उपस्थित थे।
