अडानी की कंपनी में 20 हजार करोड़ किसके – सुनील पांडे

छत्तीसगढ़
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संवाददाता – करण सिंह ठाकुर 

छुईखदान । अडानी की कंपनी में 20,000 करोड रुपए किसके हैं, इस पर जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री एवं ब्लॉक स्तरीय पत्रकार वार्ता हेतु जिला कांग्रेस से नियुक्त अधिकृत पदाधिकारी सुनील पांडे ने सवाल उठाए, उन्होंने कहा कि अडानी की कंपनी में 20 हजार करोड़ किसके हैं? इसका जवाब मोदी सरकार को संसद में देना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में आज आम आदमी को आवाज उठाना, भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना, गुनाह हो गया है ।देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष चार बार के सांसद राहुल गांधी जब संसद के अंदर बात करते हैं तो उनको बोलने नहीं दिया जाता, उनका माइक बंद कर दिया जाता है। सत्तारूढ़ दल के सांसद बहुमत के अतिवादी चरित्र का प्रदर्शन करते हुए संसद की कार्यवाही नहीं चलने देते हैं. केंद्रीय मंत्री अपने पद की गरिमा को तार-तार करते हुए अनर्गल बयानबाजी करते हैं. और जब इन सब से भी राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी और विपक्ष की आवाज को नहीं दबा पाते तो,एक और षड्यंत्र रचा जाता है.

राहुल गांधी के ऊपर कार्यवाही क्यों की गई,इसका एकमात्र कारण है राहुल गांधी ने देश के प्रधानमंत्री की दुखती रग पर हाथ रख दिया.उन्होंने मोदी के निकट सहयोगी अडानी के घोटाले बाजी और अडानी मोदी के गठबंधन पर आवाज उठाया जो सवाल पूछे कि अडानी की सेल कंपनियों में 20 हजार करोड़ या तीन billion-dollar हैं अडानी इस पैसे को खुद कमा नहीं सकते क्योंकि वह इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस में है। यह पैसा कहां से आया किसका काला धन है? यह किसकी सेल कंपनी है? यह कंपनियां डिफेंस फील्ड में काम कर रही हैं,कोई क्यों नहीं जानता यह किसका पैसा है,इसमें एक चीनी नागरिक शामिल है यह चीनी नागरिक कौन है। प्रधानमंत्री जी का अडानी से क्या रिश्ता है.उन्होंने अडानी के विमान में आराम करते हुए प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर दिखाई ।उन्होंने रक्षा उद्योग के बारे में हवाई अड्डों के बारे में श्रीलंका में दिए गए बयानों के बारे में बांग्लादेश में दिए गए बयानों के बारे में ऑस्ट्रेलिया में स्टेट बैंक के चेयरमैन के साथ बैठे नरेंद्र मोदी और अडानी की तस्वीरें जिन्होंने कथित तौर पर 1 बिलियन का ऋण स्वीकृत किया था के बारे में दस्तावेज दिए ।राहुल द्वारा उठाए गए सवालों पर मोदी सरकार ने सवाल का जवाब तो नहीं दिया उल्टे राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे के भाषण से अडानी घोटाले के महत्वपूर्ण अंश और श्री राहुल गांधी के भाषण को संसद के रिकॉर्ड से हटा दिया गया. संसद के बजट सत्र के चल रहे दूसरे भाग में भारत के इतिहास में पहली बार भाजपा सांसद, संसद को बाधित कर रहे थे और इसे काम नहीं करने दे रही है या अदानी को बचाने के लिए एक ध्यान भटकाने की साजिश है.जबकि संयुक्त विपक्ष इस पर जेपीसी चाहता है ।कर्नाटक के कोलार में चुनावी भाषण सन 2019 में राहुल गांधी ने दिया 16 अप्रैल 2019 को बीजेपी विधायक पूर्णेश मोदी ने गुजरात के सूरत में शिकायत दर्ज कराई 7 मार्च 2022 को शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत पर गुजरात उच्च न्यायालय से रोक लगाने की मांग की हाईकोर्ट ने रोक लगा दी 7 फरवरी 2023 राहुल गांधी ने लोकसभा में अडानी और पीएम के रिश्तो पर सवाल उठाते हुए भाषण दिया 16 फरवरी 2023 को शिकायतकर्ता ने गुजरात उच्च न्यायालय में रहने के अपने अनुरोध को वापस ले लिया 27 फरवरी 2023 निचली अदालत में सुनवाई फिर से शुरू हुई 23 मार्च 2023 ट्रायल कोर्ट ने राहुल गांधी को दोषी ठहराया और अधिकतम 2 साल की सजा सुनाई 24 मार्च 2023 लोकसभा सचिवालय ने 24 घंटे के भीतर राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द कर दी उन्होंने कहा कि हम न्यायिक प्रक्रिया पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे आगे हम कानूनी लड़ाई लड़ेंगे राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करने के 3 दिन के अंदर लोकसभा के गृह समिति ने राहुल गांधी को मकान खाली करने के लिए 30 दिन का नोटिस दे दिया गया.यह सारी कार्यवाही यह बताने के लिए पर्याप्त है कि इस देश में तानाशाही सरकार चल रही है.अपराधिक मानहानि के लिए अधिकतम 2 साल की सजा आज तक किसी को नहीं मिली है.भाजपा नेताओं के खिलाफ मामले अत्यधिक उदारता से निपटाए जाते हैं उत्तर प्रदेश के बांदा से भाजपा सांसद आर के सिंह पटेल को नवंबर में एक ट्रेन रोकने सार्वजनिक सड़कों को अवरुद्ध करने और पुलिसकर्मियों पर पथराव करने के लिए दोषी ठहराया गया था लेकिन उन्हें केवल 1 साल की सजा हुई यह प्रहार सिर्फ राहुल गांधी पर नहीं यह आक्रमण देश के समूचे विपक्ष पर देश की 135 करोड़ जनता को धमकाने की साजिश है. राहुल गांधी विपक्ष के सबसे प्रभावशाली नेता है जब उनकी सदस्यता रद्द कर सकते हैं,उनकी आवाज दबा सकते हैं, तब आम आदमी की क्या बिसात. यह भारत के प्रजातंत्र में तानाशाही की शुरुआत है, कांग्रेस कार्यकर्ता डरने वाले नहीं है.हम जनता के पास भी जाएंगे. देश के हर गली मोहल्ले चौक चौराहे और संसद में अपनी बात उठाएंगे।

पत्रकार वार्ता में नवगठित जिले के सी जी नियुक्त अधिकृत पदाधिकारी सुनील कांत पांडे के अलावा पूर्व विधायक गिरवर जंघेल, वरिष्ठ इंका नेता मोती जंघेल, नगर पंचायत अध्यक्ष पार्तिका संजय महोबिया,जनपद जनपद पंचायत अध्यक्षा नीना विनोद ताम्रकार,ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रामकुमार पटेल,अशोक जंघेल, देवराज वैष्णव,जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष गुलशन तिवारी, गंडई ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रमेश साहू, जिला कांग्रेस कमेटी संयुक्त महामंत्री दीपक जैन,शैलेन्द्र तिवारी,करण सिंह,हेमंत वैष्णव ,विजय वर्मा, कपिनाथ महोबिया, जिला किसान कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कामदेव वर्मा, नीरज महोबिया, कमलेश यादव,आदि बड़ी संख्या में कांग्रेसी उपस्थित थे।

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