संवाददाता – हफीज़ खान
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया है। कांग्रेस के जन घोषणा पत्र के बाद मतदाताओं को भाजपा के घोषणा पत्र का इंतजार था।
वर्ष 2018 के चुनाव में कर्ज माफी सहित अपने विभिन्न घोषणा के आधार पर सत्ता में आई कांग्रेस ने इस बार फिर किसानों के कर्ज माफी पर ध्यान केन्द्रित किया है। तो वहीं इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र का इंतजार छत्तीसगढ़ की जनता को था।
माना जा रहा था कि कांग्रेस की घोषणा पत्र का तोड़ भारतीय जनता पार्टी अपने संकल्प पत्र में लायेगी। वहीं आज भारतीय जनता पार्टी ने अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी करते हुए किसानों के साथ महिलाओं और बेरोजगारों पर फोकस किया है।
भारतीय जनता पार्टी ने विवाहित महिलाओं को प्रतिवर्ष ₹12000 देने का वादा किया है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में पिछला विधानसभा चुनाव कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र के वादे पर जीता था। इसके बाद इस बार का चुनाव भी दोनों ही पार्टियों के लिए घोषणा पत्र पर आधारित नजर आने लगा है । प्रदेश की जनता कांग्रेस और भाजपा के घोषणा पत्र के इंतजार में रही। कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र भारतीय जनता पार्टी से पहले जारी कर दिया तो वहीं कांग्रेस के घोषणा पत्र के बाद भारतीय जनता पार्टी ने भी अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी करते हुए इसे “मोदी की गारंटी” बताया है। भारतीय जनता पार्टी के इस मोदी के संकल्प पत्र में किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान 3100 रुपए प्रति क्विंटल में खरीदने और किसान को एकमुश्त भुगतान करेंगे।
हर विवाहित महिला को साल में 12000 रुपए देने। एक लाख खाली पदों पर दो साल में भर्ती करने, 18 लाख प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर बनाने, हर घर में निर्मल जल पहुंचाने, चरणपादुका योजना की शुरुआत करने, तेंदुपता के अतिरिक्त संग्रहण करने वाले को 4500 रुपए का बोनस देंने।500 नए प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने, पब्लिक सेवा आयोग की परीक्षा में पारदर्शिता लाने, पब्लिक सेवा आयोग में घोटाले करने वाले लोगों पर कार्रवाई करने, युवाओं को नए उद्योग लगाने पर 50 फीसदी सब्सिडी देने, सेंट्रल भारत का इनोवेशन हब बनाने के लिए रायपुर में एक बड़ा केंद्र बनाने, बच्चियों के लिए रानी दुर्गावती योजना से जन्म पर 1 लाख 50 हजार रूपये का आश्वासन पत्र देने। छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार आने पर 500 रुपए में गैस सिलेंडर देने का वादा किया गया है। हालाकि कांग्रेस की घोषणा पत्र जारी नही हुआ है पर सभा दर सभा घोषणा रुपी वादे हुए जो काफी कुछ संकेत देते है ।अब दोनों ही पार्टी ने अपने वादे जनता के सामने रख दिए हैं और अब 3 दिसम्बर को चुनाव का परिणाम ही बतायेगा कि जनता किसके घोषणा पत्र से प्रभावित होती है।