नवरात्रि पर शीघ्र ही रिलीज होने वाली जसगीत का मां दतेश्वरी में हुआ दृश्यांकन
राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ की कोकिल कंठी गायिका व इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति ममता चन्द्राकर से जसगीत शुटिंग के दौरान कवि/ साहित्यकार एवं लोक सगीतकार आत्माराम कोशा ‘‘अमात्य’’ ने गुलदस्ता भेट कर उनसे सौजन्य मुलाकात की तथा उन्हें बीते दिनों छत्तीसगढ़ी लोक रंग शैली नाचा के पुरोधा दाऊ मंदराजी की स्मृति में कराए गये शास्त्रीय गीत, संगीत के आयोजन के लिए बधाई दी एवं धन्यवाद ज्ञापित किया। श्री कोशा ने उन्हें दाउजी को पूण्यतिथि 24 सितम्बर पर आयोजित सांगीतिक श्रद्धांजलि बैठकी आयोजन में पधारने के लिए भी आमंत्रित किया है।
इदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के प्रो. डॉ. राजन यादव ने बताया कि सुप्रसिद्ध लोक गायिका व खैरागढ़ इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति श्रीमती ममता चन्द्राकर ने वि.वि. परिसर में स्थित मां दंतेश्वरी मंदिर में विश्व विद्यालय के लोक संगीत विभाग के कलाकारों के साथ मां दंतेश्वरी पर आधारित ‘थैया…थैया नाचे मईया, मौर अंगना…’ जसगीत का शुटिंग कर रही थी। इसी दौरान श्री कोशा के पहुंचने पर श्रीमती चन्द्राकर ने शुटिंग रोक कर उनसे सौजन्य मुलाकात की तथा कला-संगीत के विषयों पर चर्चा की। इस दौरान श्री कोशा के साथ लोक नृत्य कलाकार शर्मिला देवांगन व अन्य कलाकार मौजुद थे।
मां दंतेश्वरी के दरबार में हुई उक्त शुटिंग में नव कन्या रूप में बैठी मां दंतेश्वरी अपने लक-दक श्रृंगार के साथ शोभायमान हो रही थी। उनका यश-किर्ती का बखान करते हुए लोक गायिका ममता चन्द्राकर के मुंह से फूट रहे दैवीय स्वरों के भाव पर दर्जन भर की संख्या में विश्व विद्यालय की छात्राएं भाव-प्रवण नृत्य कर रही श्री जिसका दृश्य अलौकिक व अवर्णनीय नजर आ रहा था। डॉ. राजन यादव ने बताया कि श्रीमती चन्द्राकर के श्रीमान प्रेमचन्द्राकर के गीत-संगीत से सजे इस जशगान का नवरात्रि के पूर्व शीघ्र ही रिलीज होने जा रहा है। शुटिंग अवसर पर इंदिरा कला-संगीत विश्वविद्यालय लोक संगीत विभाग के डॉ. बिहारी तारम, हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. राजन यादव, डॉ. योगेन्द्र चौबे, प्रो. आई.डी. No तिवारी, रक्षानंद झा सहित शुटिंग देखने वालों की उपस्थिति रही। श्री कोशा ने सभी से सौजन्य मुलाकात कर क्वांर नवरात्रि पर्व की अग्रिम बधाई एवंशूटिंग के दौरान लोक गायिका ममता चन्द्राकर से कोशा ने की सौजन्य मुलाकात
० नवरात्रि पर शीघ्र ही रिलीज होने वाली जसगीत का मां दतेश्वरी में हुआ दृश्यांकन
राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ की कोकिल कंठी गायिका व इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति ममता चन्द्राकर से जसगीत शुटिंग के दौरान कवि/ साहित्यकार एवं लोक सगीतकार आत्माराम कोशा ‘‘अमात्य’’ ने गुलदस्ता भेट कर उनसे सौजन्य मुलाकात की तथा उन्हें बीते दिनों छत्तीसगढ़ी लोक रंग शैली नाचा के पुरोधा दाऊ मंदराजी की स्मृति में कराए गये शास्त्रीय गीत, संगीत के आयोजन के लिए बधाई दी एवं धन्यवाद ज्ञापित किया। श्री कोशा ने उन्हें दाउजी को पूण्यतिथि 24 सितम्बर पर आयोजित सांगीतिक श्रद्धांजलि बैठकी आयोजन में पधारने के लिए भी आमंत्रित किया है।
इदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के प्रो. डॉ. राजन यादव ने बताया कि सुप्रसिद्ध लोक गायिका व खैरागढ़ इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति श्रीमती ममता चन्द्राकर ने वि.वि. परिसर में स्थित मां दंतेश्वरी मंदिर में विश्व विद्यालय के लोक संगीत विभाग के कलाकारों के साथ मां दंतेश्वरी पर आधारित ‘थैया…थैया नाचे मईया, मौर अंगना…’ जसगीत का शुटिंग कर रही थी। इसी दौरान श्री कोशा के पहुंचने पर श्रीमती चन्द्राकर ने शुटिंग रोक कर उनसे सौजन्य मुलाकात की तथा कला-संगीत के विषयों पर चर्चा की। इस दौरान श्री कोशा के साथ लोक नृत्य कलाकार शर्मिला देवांगन व अन्य कलाकार मौजुद थे।
मां दंतेश्वरी के दरबार में हुई उक्त शुटिंग में नव कन्या रूप में बैठी मां दंतेश्वरी अपने लक-दक श्रृंगार के साथ शोभायमान हो रही थी। उनका यश-किर्ती का बखान करते हुए लोक गायिका ममता चन्द्राकर के मुंह से फूट रहे दैवीय स्वरों के भाव पर दर्जन भर की संख्या में विश्व विद्यालय की छात्राएं भाव-प्रवण नृत्य कर रही श्री जिसका दृश्य अलौकिक व अवर्णनीय नजर आ रहा था। डॉ. राजन यादव ने बताया कि श्रीमती चन्द्राकर के श्रीमान प्रेमचन्द्राकर के गीत-संगीत से सजे इस जशगान का नवरात्रि के पूर्व शीघ्र ही रिलीज होने जा रहा है। शुटिंग अवसर पर इंदिरा कला-संगीत विश्वविद्यालय लोक संगीत विभाग के डॉ. बिहारी तारम, हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. राजन यादव, डॉ. योगेन्द्र चौबे, प्रो. आई.डी. तिवारी, रक्षानंद झा सहित बड़ी संख्या में शुटिंग देखने वालों की उपस्थिति रही। श्री कोशा ने सभी से सौजन्य मुलाकात कर क्वांर नवरात्रि पर्व की सभी को अग्रिम बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। शुभकामनाएं दी है।
