राजनांदगांव। पद्मविभूषण से सम्मानित गुरुदेव श्री श्री रविशंकर जी का जन्म दिवस 13 मई को है उनकी तनाव रहित व हिंसा से मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार करके अंतर्राष्ट्रीय गैर लाभकारी शैक्षिक एवं मानवीय आर्ट ऑफ लिविंग संस्था 40 वर्ष पूर्ण करने के अवसर पर आयुष मिनिस्ट्री भारत और योगा एसोशिएशन के सहयोग से सहायक योगा प्रशिक्षक कार्यक्रम राजनांदगांव शहर में 14 से 22 मई 2022 को कराने जा रहा है । 9 दिवसीय कार्यक्रम में प्रारंभ और अंतिम के दो दो दिन 8 से 9 घंटे महारानी लक्ष्मी बाई शाला में ऑफलाइन होगा तथा अन्य पांच दिन ऑनलाईन क्लासेस होंगी । इस कार्यक्रम में योग की जानकारी प्रतिदिन के लिए , शरीर एवं मन को समझने , जीवन शैली प्रबंधन के टीप्स , संचार और शिक्षण कौशल में वृद्धि , यौगिक सफाई तकनीक , समान्य योग प्रोटोकॉल , सुक्ष्म व्यायाम , सूर्य नमस्कार , आसन , प्राणयाम , ध्यान और विश्राम का अनुभव कराया जाएगा ।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अष्टांगयोग सिद्धांत का पालन करते हुए अपने शरीर के अवयव और प्रकृति को पहचान कर योगा अभ्यास करना है। क्योंकि हमारे तनाव का मुख्य कारण हमारे शरीर में रजस , तमस , कफ , पित्त और वात के असंतुलन से होता है।