संवाददाता – हफीज़ खान
राजनांदगांव 30 जून 2022। राजस्थान के उदयपुर में हुए निर्मम हत्या के मामल में, विरोध प्रदर्शन करते हुए जिला भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा राजनांदगांव शहर के मानव मंदिर चौक में आतंकवाद और राजस्थान की गहलोत सरकार का पुतला दहन किया गया। वहीं इस पूरे घटना की कड़ी निंदा की गई।
राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल की निर्मम हत्या किए जाने के मामले की देश भर में सभी धर्म समाज लोक निंदा कर रहे हैं, तो वहीं इस मामले में स्थानीय पुलिस प्रशासन व राजस्थान सरकार की नाकामियों को देखते हुए राजनांदगांव शहर में भारतीय जनता युवा मोर्चा के द्वारा आतंकवाद और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला दहन किया गया। पुतला दहन के दौरान युवा मोर्चा ने कहा कि राजस्थान के उदयपुर में दहशतगर्दों के द्वारा वहां दर्जी का काम करने वाले कन्हैयालाल को लगातार धमकी दी जा रही थी। दरअसल कन्हैया लाल के बच्चे ने सोशल मीडिया साइट पर धर्म विशेष को लेकर टिप्पणी की थी, जिसके बाद से ही कन्हैयालाल को धमकियां आने लगी थी। इस मामले से कन्हैया लाल ने पुलिस को अवगत कराया था, लेकिन पुलिस ने इन धमकियों पर कोई कार्यवाही नहीं की, जिसका परिणाम रहा कि कन्हैया लाल की निर्मम हत्या कर दी गई।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष मोनू बहादुर सिंह ने इसे दिल दहला देने वाली घटना बताते हुए कहा कि किसी भी धर्म में कट्टरता नहीं होनी चाहिए। कन्हैयालाल को जान से मारने की धमकी दी जा रही थी, जिसे वहां की पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया और घटना के 24 घंटे बाद ही जांच में अपराधियों के पाकिस्तान से लिंक बताए जा रहे हैं , तो फिर कन्हैया लाल के द्वारा लगभग 10 दिन से की जा रही शिकायत पर त्वरित जांच कर कार्रवाई क्यों नहीं की गई। भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष मोनू बहादुर सिंह ने इस पूरे मामले को राजस्थान की सरकार के लिए शर्मनाक बताते हुए, आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है।
वहीं इस मामले में युवा मोर्चा के शहर अध्यक्ष प्रखर श्रीवास्तव ने भी घटना की कड़ी निंदा की है और आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग की है।
कन्हैयालाल की निर्मम हत्या करने वाले दहशतगर्द प्रधानमंत्री सहित कुछ और लोगों को भी इसी तरह से मारने की धमकी दे रहे थे। इन अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो इस तरह के दहशतगदों को सीख नहीं मिलेगी। यही वजह है कि आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग की जा रही है, जो इस मामले में न्याय संगत भी है। आतंकवाद और गहलोत सरकार के पुतला दहन के दौरान भारतीय जनता युवा मोर्चा ने भारत में तालिबानी विचारधारा को पनपने नहीं देने की बात कही है और इस पूरी घटना का विरोध करके आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग की है। पुतला दहन के दौरान बड़ी संख्या में भारतीय जनता युवा मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे।