संवाददाता – हफीज़ खान
राजनांदगांव। नदियों के संरक्षण संवर्धन की दिशा में जन जागरूकता के लिए आयोजित होने वाली शिव गंगा महाआरती की 63वीं कडी़ का आयोजन राजनांदगांव शहर के मोहरा स्थित शिवनाथ नदी के तट पर विधि विधान के साथ संपन्न हुआ। इस दौरान भगवान भोलेनाथ और मां गंगा की महाआरती की गई।
नदियों के संरक्षण संवर्धन की दिशा में लोगों में आध्यात्मिक रूप से जागरूकता लाने के उद्देश्य को लेकर लगभग 6 वर्षों से आयोजित की जा रही शिवगंगा महा आरती की 63वीं कड़ी का आयोजन रविवार की देर शाम विधि विधान के साथ संपन्न हुआ। इस दौरान पंडित अनिल तिवारी द्वारा शिवगंगा महा आरती संपन्न कराई गई। इस महा आरती में शामिल होकर श्रद्धालुओं ने नदियों के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में मिलजुलकर कार्य करने और अन्य लोगों को भी इस ओर जागरूक करने का संदेश दिया। शिवगंगा महाआरती में शामिल होने पहुंची श्रद्धालु ललिता साहू और प्रशांत श्रीवास्तव ने कहा कि शिवगंगा महा आरती में शामिल होना काफी सुखद अनुभूति देता है। उन्होंने कहा कि प्रदोष तिथि पर भगवान भोलेनाथ की आरती करने का विशेष महत्व भी है। धार्मिक कार्य के साथ सामाजिक जागरूकता के इस आयोजन से बेहतर सीख मिलती है।
दूषित होती नदियों के संरक्षण संवर्धन की दिशा में जागरूकता लाने के उद्देश्य से शिवगंगा महाआरती के संस्थापक आलोक शर्मा द्वारा शिव गंगा महाआरती की शुरुआत की गई थी। प्रदोष तिथि पर प्रति माह शिवगंगा महाआरती का आयोजन किया जाता है और इस महाआरती के माध्यम से लोगों में जागरूकता लाने की दिशा में उन्हें आध्यात्मिक रूप से जोड़ा जा रह है। शिवगंगा महा आरती के माध्यम से नदियों के प्रति अपने कर्तव्यों का स्मरण दिलाने आयोजित की जा रही इस शिवगंगा महाआरती की 63वीं कड़ी में वरिष्ठ पत्रकार परमानंद रजक, श्रीमती खिलेश्वरी रजक अंकालू साहू, कमल नारायण साहू, अथर्व और टीया रजक सहित अन्य श्रद्धालु उपस्थित थे।