शासकीय अस्पताल का नवीन निर्माण भवन भगवान भरोसे -अधिकारी ठेकेदार रहते है गायब

छत्तीसगढ़
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संवाददाता- करण सिंह ठाकुर 

छुईखदान। क्षेत्र में बढ़ते मरीजो ंकी संख्या एवं यातायात की सुविधा को ध्यान में रखते हुए तत्कालीन विधायक स्व राजा देवव्रत सिंह के मजबूत पहल और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की संवदनशीलता के चलते प्रदेश सरकार की ओर से इस नगर एवं क्षेत्र केा नवीन अस्पताल की सुविधा मिलने में सफलता प्राप्त हुई, जबकि आज से लगभग पचास साठ बरस पहले भी इस नगर मे एक चिकित्सालय ही स्थापना हुई थी. आज लगभग छह बरस बीत जानें के उपरांत भी उक्त भवन का एक खरोच नही आई है, जिसमे वर्तमान में आज भी वर्तमान अधिकारीयों कर्मचारियों के प्रयासों से शासन की ओर से चिकित्सा के क्षेत्र की महात्वाकांक्षी योजनाओं सहित उत्तम ईलाज और आपरेशन आदि सफलता पूर्वक संपन्न हो रहे हैं, कहना न होगा कि इस मामले में यह अस्पताल एवं स्टाप शासन की ओर से पुरूस्कृत हो चुके है. परन्तु इसी अस्पताल को उन्नत कर जब नवीन भवन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण कराया जा रहा है, तो उसकी सारी गुणवत्ता को दरकिनार क्यांे किया जा रहा है ।


अनुभवहीन पेटी ठैकेदारी के भरोसे पचास बिस्तर अस्पताल
ज्ञात हुआ है कि लगभग दो सौ पचास लाख रूपए मे बनने वाले उक्त अस्पताल भवन का निर्माण का ठेका किसी अग्रवाल को दिए जाने की खबर है, परन्तु मौके पर जाने पर पता चलता है कि उक्त दो सौ पचास लाख के उस ठेके का काम एक बिना गारंटी वाला अनुभवहीन पेटी ठेकेदार द्वारा संपन्न कराया जा रहा है, अब इन हालातों में उस भवन की गुणवत्ता एवं जीवन अवधि एवं भवन के स्वास्थय की परिकल्पना कैसे की जा सकती है, जिसका निर्माण ही कमजोर हालातों में या तो हो रहा है, या किया जा रहा है.यहां यह भी स्पष्ट है कि मामले में कुछ सफेद पोश के हाथ भी शामिलात हैं कुल मिलाकर बनने वाले उक्त नवीन अस्पताल जन्म से ही आई सी यू मे ंनजर आ रहा है।

कमजोर नीव,में मिट्टी की फिलिंग और बिना क्यूरिंग का भवन

आसपास के प्रत्यक्षदर्शियो ंके अनुसार दो सौ पचास लाख की लागत से बनने जा रहे उक्त् अस्पताल भवन नीचे से लेकर छत तक के निर्माण में कहीं भी पर्याप्त मात्रा मे क्युरिंग होते नही देखा है यदि यह सच है तो इस अस्पताल भवन,का भविष्य कैसा होगा कल्पना मात्र से ही रूह कांप जाती है,एैसे में यदि उक्त भवन में आनें वाले भविष्य में मरीजो के रहते कोई घटना से इकार भी नही किया जा सकता यदि होता है तो उसका जवाबदार कौन होगा ? ? ?
क्षेत्रवासीयों ने की जांच की मांग.
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द 50 बिस्तर अस्पताल के निर्माण को लेकर नगर एवं क्षेत्रवासीयांे ने कहा कि उक्त अस्पताल के निर्माण में अगर अधिकारीयों ने मिलीभगत की तो वे एक टीम बनाकर मुख्यमंत्री के पास भी जा सकते है। और क्षेत्र में चल रहे अस्पताल निर्माण की जांच की मांग कर सकते है। इस संबंध में सी.जी.एम.एस.सी के अधिकारीयों से सम्पर्क साधा गया । लेकिन वे किसी भी प्रकार से जवाब नहीं दिए।.

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